तीन सदस्यीय टीम का गठन, सौरभ शर्मा और चेतन को सम्मन जारी

भोपाल। लोकायुक्त पुलिस की रेड में सौरभ शर्मा के घर करोड़ों रुपये की संपत्ति उजागर होने और कार से मिले सोने के और करोड़ों रुपये नकद के मामले प्रवर्तन निदेशालय यानि ईडी सक्रिय हो गया है। इस मामले में ईडी ने सौरभ शर्मा और उसके सहयोगी चेतन सिंह गौर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। इधर डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस ने भी सोने की जांच शुरू कर दी है। परिवहन आरक्षक रहे सौरभ शर्मा और उसके सहयोगी चेतन गौर के यहां लगभग 11 करोड़ रुपये नकदी और 54 किलो सोना मिलने के बाद ईडीने भी जांच शुरू कर दी है। प्रवर्तन निदेशालय ने लोकायुक्त विशेष पुलिस स्थापना में दर्ज एफआइआर के आधार पर मनी लांड्रिंग एक्ट के अंतर्गत प्रकरण कायम कर जांच प्रारंभ की है। उधर लोकायुक्त ने सौरभ शर्मा मामले में बड़ा खुलासा किया है, लोकायुक्त के  डायरेक्टर जनरल जयदीप प्रसाद ने बतया की सोना चांदी जेवरात मिला उसको जप्त किया गया है, जब्ती के बाद आगे विवेचना की जा रही है। मुख्य आरोपी सौरव शर्मा जो अभी पकड़ से बाहर है। जयदीप प्रसाद ने बतया की सौरभ शर्मा को लाने की करवाई की जाएगी उसका दोस्त चेतन का गाड़ी सौरव उपयोग करता था। लोकायुक्त ने सौरभ शर्मा, चेतन गौर को आरोपी बनाया है, सौरभ शर्मा और चेतन सिंह गौर को सम्मन जारी किया है। लोकायुक्त को अभी भी जानकारी नहीं कि सौरभ है कहाँ, उसकी तलाश की जा रही है। जयदीप प्रसाद ने बतया की सारे दस्तावेज सील है, और आगे की जॉच के लिये टीमें बनाई गई है, इसमें हवाला के एंगल पर भी जांच की जा सकती है। वही ईडी के अधिकारियों का कहना है कि इस दिशा में जांच की जाएगी की संपत्ति कहां से कैसे अर्जित की गई है। दूसरे देशों से पैसे का गलत तरीके से लेनदेन तो नहीं हुआ है। इस संबंध में ईडी की ओर से लोकायुक्त पुलिस से जब्त संपत्ति की जानकारी और दस्तावेज मांगे जाएंगे।